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Stephen Hawking एक महान भौतिकविज्ञानी, लेखक और विचारवंत थे जिनका जन्म 8 जनवरी, 1942 को इंग्लैंड के ऑक्सफोर्ड में हुआ था। उनके पिता फ़्रैंक हॉकिंग एक तकनीकी अधिकारी और माता ईज़ाबेल हॉकिंग एक वित्तीय सहायक थीं। उनका बचपन और शैक्षिक जीवन बहुत सामान्य था, लेकिन उनके अद्भुत ज्ञान और वैज्ञानिक दृष्टिकोण ने उन्हें दुनिया के सबसे प्रमुख भौतिकविज्ञानियों में से एक बना दिया।
जन्म तिथि | 8 जनवरी, 1942 |
जन्म स्थान | ऑक्सफोर्ड, इंग्लैंड |
शिक्षा | ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से गणित और भौतिक विज्ञान में डिग्री |
करियर | कैंब्रिज विश्वविद्यालय में क्वांटम भौतिकविज्ञान के क्षेत्र में शोधार्थी |
विकासशील वर्ष | 1963-2018 |
महत्वपूर्ण काम | ब्लैक होल के रेडिएशन का सिद्धांत, ब्रैन और ब्रह्मांड के रहस्यों पर शोध |
विशिष्टता | एमीलिय रोबिन्सन प्राइमरी स्कूल में पहली शिक्षा, दुर्ग दिन आरएल विद्यालय में अध्ययन |
पुरस्कार | पद्म भूषण (1983), एल्बर्ट इयनस्टीन पुरस्कार (1978), ग्रेविटी मेडल (2015) |
स्टीफन हॉकिंग जन्म, परिवार और शिक्षा (Stephen Hawking Birth, Family and Education)
Stephen का जन्म 8 जनवरी, 1942 को इंग्लैंड के ऑक्सफोर्ड में हुआ था। उनके पिता का नाम फ़्रैंक हॉकिंग था जो एक तकनीकी अधिकारी थे, और माता का नाम ईज़ाबेल हॉकिंग था जो वित्तीय सहायक थीं। स्टीफन के परिवार में एक भाई और बहन थे। उनके भाई का नाम एडवर्ड और बहन का नाम मैरीन था। उनके परिवार के सदस्यों ने उन्हें हमेशा समर्थन और प्रेरणा दी जो उन्हें उनके जीवन के कठिन समय में आगे बढ़ने के लिए मजबूत बनाया।
शिक्षा की बात करें, स्टीफन हॉकिंग ने ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में फिजिक्स पढ़ना शुरू किया। उन्होंने 17 वर्ष की उम्र में विश्वविद्यालय में पढ़ाई शुरू की, जहां उन्हें भौतिकशास्त्र में दिलचस्पी हुई। उनके शैक्षिक योग्यता और अद्भुत वैज्ञानिक दृष्टिकोण के कारण, उन्हें विभिन्न विश्वविद्यालयों से छात्रवृत्ति मिली और उन्होंने भौतिकशास्त्र में उच्चतम शिक्षा प्राप्त की। उन्होंने डॉक्टरेट किया और विश्वविद्यालय से विशिष्ट सम्मान भी प्राप्त किया।
स्टीफन हॉकिंग करियर (Stephen Hawking Career)
स्टीफन हॉकिंग का करियर भौतिकशास्त्र और कॉस्मोलॉजी के क्षेत्र में उन्होंने विश्वभर में उच्च प्रतिष्ठा हासिल की थी। उनके करियर की शुरुआत में उन्हें कई अवसर मिले जिनसे उन्होंने अपने दृढ़ शोधी वैज्ञानिक होने की पहचान बनाई। यहां कुछ महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में जानकारी है:
1. ब्लैक होल की सिद्धांत की खोज: स्टीफन हॉकिंग ने ब्लैक होल के रिडियसियुन और सम्मान्य भौतिकी के बीच संबंध स्थापित करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्होंने ब्लैक होल के चक्रवर्ती भौतिक विश्व में भौतिकशास्त्रीय गणना के नए तरीके और सिद्धांत विकसित किए।
2. बिग बैंग के सिद्धांत में योगदान: हॉकिंग के साथी वैज्ञानिक रॉजर पेनरोज और फ्रेड हॉयल ने बिग बैंग के सिद्धांत में योगदान दिया, जिसमें उन्होंने ब्रह्मांड की उत्पत्ति के संबंध में नए विचार प्रस्तुत किए।
3. समय-धारा का सिद्धांत: स्टीफन हॉकिंग के सिद्धांतों में समय-धारा की एक महत्वपूर्ण भूमिका थी। उन्होंने ब्रह्मांड के उत्पन्न होने के पीछे अस्तित्व में समय की महत्वपूर्ण भूमिका को समझा। इससे पूर्व समय को केवल एक अवधि माना जाता था, लेकिन हॉकिंग के द्वारा समय का एक नया संदर्भ स्थापित किया गया।
4. बेस्टसेलर पुस्तकें और व्याख्यान: स्टीफन हॉकिंग के लेखन और व्याख्यान ने उन्हें विश्वभर में लोकप्रिय बनाया। उनकी पुस्तक “ए ब्रीफ हिस्ट्री ऑफ़ टाइम” और “ए स्कीम ऑफ़ द अनिवर्स” ने विज्ञान के जगत में धूम मचाई। उनके विशेष व्याख्यानों ने लोगों को विज्ञान के क्षेत्र में उत्साहित किया और उनके अद्भुत विचारधारा को लोगों तक पहुंचाने में मदद की।
5. विश्वविद्यालयों और संस्थानों में प्रसिद्धि: स्टीफन हॉकिंग को विभिन्न विश्वविद्यालयों और संस्थानों ने अपने विद्यार्थियों और छात्रों को उनसे शिक्षा प्राप्त करने के लिए बुलाया।
स्टीफन हॉकिंग की पत्नी (Stephen Hawking wife)
स्टीफन हॉकिंग की पत्नी का नाम जेनी विल्ड हॉकिंग था। उन्होंने 1965 में शादी की थी, जब वे अपने कॉलेज के दिनों में थे। शादी के बाद जेनी ने स्टीफन के साथ उनके विज्ञानिक यात्रा में उन्हें साथ दिया।
जेनी ने अपने पति के साथ उनके शारीरिक दिक्कतों का सामना किया और उन्हें उनके जीवन के हर कदम पर साथ दिया। उनकी बड़ी मदद से ही स्टीफन हॉकिंग ने अपने शोधी और विज्ञानिक करियर को समर्थन और प्रेरणा से जिंदा रखा।
स्टीफन हॉकिंग शारीरिक दिक्कतों से सामना
स्टीफन हॉकिंग ने अपने जीवन के बाद मॉटर न्यूरोन रोग (एमएलए) से सामना किया। यह एक गंभीर रोग है जिसमें सेंट्रल नर्वस सिस्टम के भीतर न्यूरोन (नर्व सेल्स) की क्षति होती है जिससे शारीरिक दिक्कतें हो सकती हैं। इस रोग के कारण, स्टीफन हॉकिंग के शरीर के विभिन्न हिस्सों का नियंत्रण कम हो गया था।
एमएलए के कारण स्टीफन हॉकिंग की शारीरिक दिक्कतें बढ़ती गईं। उनकी चाल, बोलने की क्षमता, और हाथों की गतिविधियां प्रभावित हो गईं। उनके शरीर में कमजोरी होने के कारण वे सामान्य तरीके से चलने या बोलने में समर्थ नहीं थे।
इसके बावजूद, स्टीफन हॉकिंग ने अपने जीवन में अत्याधुनिक तकनीकों का सहारा लिया और विज्ञान के क्षेत्र में अपना योगदान जारी रखा। उन्होंने विशेष उपकरणों का उपयोग करके अपने विचारों को संबोधित किया और लोगों को विज्ञान और ब्रह्मांड के रहस्यों के पीछे की खोज में प्रेरित किया।
भौतिकशास्त्रीय योगदान
स्टीफन हॉकिंग भौतिकशास्त्र के क्षेत्र में अपने अनमोल योगदान के लिए विख्यात हैं। उनके विज्ञानिक योगदान ने विश्वभर में उच्च सम्मान और प्रशंसा हासिल की। यहां कुछ महत्वपूर्ण भौतिकशास्त्रीय योगदान हैं:
1. ब्लैक होल के रिडियसियुन और भौतिक संबंध: स्टीफन हॉकिंग के योगदान में सबसे महत्वपूर्ण था ब्लैक होल के रिडियसियुन (Hawking Radiation) का सिद्धांत। उन्होंने ब्लैक होल के पास विद्यमान धारिता के बारे में सिद्धांत स्थापित किया, जिसमें ब्लैक होल के पास विद्यमान वैक्यूम में एक उत्पादक जोड़ के कारण विद्युत धारिता बनी रहती है। इससे ब्लैक होल से बाहर फोटों के उत्पन्न होने की संभावना हुई जिसे हॉकिंग रेडिएशन के नाम से जाना जाता है।
2. ब्रह्मांड का प्रारंभ: हॉकिंग के साथी वैज्ञानिक रॉजर पेनरोज के साथ वे ब्रह्मांड की उत्पत्ति के बारे में नए सिद्धांत प्रस्तुत करने में योगदान दिया। इनके सिद्धांतों के अनुसार ब्रह्मांड की उत्पत्ति एक बिग बैंग के माध्यम से हुई, और यहां समय का आदि हुआ। इससे पूर्व ब्रह्मांड की उत्पत्ति के बारे में विज्ञानिक समझ थी, लेकिन हॉकिंग के सिद्धांत ने इसे नए दृष्टिकोण से देखा।
3. क्वैंटम वैक्यूम में बाधाओं के सिद्धांत: स्टीफन हॉकिंग के ने क्वैंटम वैक्यूम में बाधाओं (barriers) के सिद्धांत को प्रस्तुत किया। इसके अनुसार, क्वैंटम वैक्यूम में नानोस्केल बाधाओं के कारण एक प्रतिस्पर्धी अणु भौतिक विश्व के अंतर्गत विद्यमान रह सकता है। यह सिद्धांत उन्हें ब्रह्मांड की संरचना और विकास के लिए महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करता है।
स्टीफन हॉकिंग ने अपने भौतिकशास्त्रीय योगदानों के माध्यम से विज्ञान की दुनिया में नए दरवाज़े खोले और ब्रह्मांड की रहस्यमयी दुनिया को समझने में मदद की। उनके सिद्धांतों ने विज्ञान के शिखरों को छूने में मदद की और उन्हें विज्ञानिक समुदाय में एक महत्वपूर्ण स्थान प्रदान किया।
विदेशी भ्रमण और विचारधारा Stephen Hawking Biography in Hindi
स्टीफन हॉकिंग ने विदेशी भ्रमण किए बिना भी विश्वभर में अपनी विचारधारा को प्रसारित किया। उन्होंने अपने शोध, लेखन और व्याख्यानों के माध्यम से वैज्ञानिक समुदाय में अपनी पहचान बनाई। हॉकिंग ने भौतिकशास्त्र के क्षेत्र में अपने नए सिद्धांतों को प्रस्तुत करके विश्वभर में चर्चा का विषय बनाया।
उनकी विचारधारा का मुख्य फोकस था ब्रैन, ब्लैक होल, ग्रेविटेशन, और ब्रह्मांड के रहस्यों पर। उन्होंने ब्रैन के कार्य की विस्तृत अध्ययन किया और उसमें क्वांटम तथा कोस्मोलॉजी के सिद्धांतों को संयोजित किया। उनके द्वारा ब्लैक होल के रिडियसियुन का सिद्धांत विश्वभर में प्रसिद्ध हुआ और उन्हें भौतिकशास्त्र के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण वैज्ञानिक बना दिया।
स्टीफन हॉकिंग के विचार Stephen Hawking Biography in Hindi
स्टीफन हॉकिंग एक महान भौतिकविज्ञानी थे और उनके विचारधारा वैज्ञानिक समुदाय को प्रभावित करते रहे हैं। उनके विचार निम्नलिखित मुख्य बिंदुओं पर केंद्रित थे:
1. ब्रैन और ब्रह्मांड के रहस्य: हॉकिंग ने ब्रैन के कार्य और उसके रहस्यों का अध्ययन किया और इसे क्वांटम फिजिक्स, कॉस्मोलॉजी और भौतिकविज्ञान के साथ जोड़कर ब्रह्मांड की उत्पत्ति और उसके कारणों को समझने का प्रयास किया। उनके विचारों में ब्रह्मांड के रहस्य को खोजने की उत्सुकता दिखाई देती थी और वे इसे धरोहरी रूप से विश्वभर में उपलब्ध कराने के लिए काम करते रहे।
2. ब्लैक होल और हॉकिंग रेडिएशन: स्टीफन हॉकिंग ने ब्लैक होल के रहस्यों के पर्दाफाश के लिए भी महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्होंने ब्लैक होल की भावना और उसके चारित्रिक विशेषताओं पर विचार किया। उन्होंने इसके साथ ही हॉकिंग रेडिएशन का सिद्धांत प्रस्तुत किया, जो ब्लैक होल से फोटों के उत्पन्न होने का सिद्धांत है।
3. धरोहरी सिद्धांत: हॉकिंग ने धरोहरी सिद्धांत का प्रवर्तन किया, जो क्वांटम वैक्यूम में बाधाओं के कारण क्वांटम अणु को प्रतिस्पर्धी विश्व से जुड़े रहने की संभावना को सुझाता है। इससे पूर्व, भौतिकवादी वैज्ञानिक सिद्धांतों में यह समझना मुश्किल था कि विद्युत धारिता क्यों विद्युतीय विकीर्णन के साथ एक विशिष्ट मान का होती है।
4. विश्वविद्यालयों में शोध: हॉकिंग ने विश्वभर के विभिन्न विश्वविद्यालयों में शोध किया और उनके सिद्धांतों को लोगों के साथ साझा किया। उन्होंने वैज्ञानिक समुदाय के साथ नई उपलब्धियों को साझा करने के लिए सेमिनार, कार्यशाला, और व्याख्यान आयोजित किए।
स्टीफन हॉकिंग के विचार और सिद्धांत भौतिकविज्ञान में अद्भुत योगदान रखते हैं और उन्हें विश्वभर के लोगों के बीच एक प्रेरणा स्त्रोत के रूप में स्थान मिलता है। उनके विचारधारा ने भौतिकविज्ञान के नए सारे मुद्दे और रहस्यों को समझने के लिए एक नया मार्ग प्रशस्त किया।
स्टीफन हॉकिंग की भविष्यवाणी
स्टीफन हॉकिंग एक महान भौतिकविज्ञानी थे, लेकिन भविष्यवाणी करना वैज्ञानिकों के लिए संभव नहीं होता। वैज्ञानिक भविष्यवाणी का मूल अभिप्रेत विज्ञान के आधार पर किया जाता है जिसमें पूर्वानुमान और आधारभूत तत्वों के साथ सिद्धांतों का उपयोग होता है। हॉकिंग के द्वारा किए गए शोध और योगदान ने भौतिकविज्ञान में बड़े उधार किए हैं, लेकिन भविष्यवाणी करना उनकी क्षमता से बाहर है। स्टीफन हॉकिंग ने भौतिकविज्ञान के क्षेत्र में ब्रेन-ब्रह्मांड और ब्लैक होल के रहस्यों पर अपनी शोधों के माध्यम से महत्वपूर्ण ज्ञान दिया। उन्होंने भौतिकविज्ञान को एक नए स्तर पर ले जाने का संघर्ष किया और उनके विचारधारा ने विज्ञान के शिखरों को छूने में मदद की।
हालांकि, उनके शोध और सिद्धांतों का अभ्यास और विश्लेषण विज्ञान को एक नया दिशा देने में महत्वपूर्ण है। स्टीफन हॉकिंग के द्वारा प्रस्तुत किए गए विचार और उनके शोधों का अध्ययन विज्ञानिक समुदाय के लिए नए रहस्यों और समस्याओं को हल करने में सहायक साबित हो सकता है।
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